Blood
रक्त
● रक्त ऑक्सीजन (oxygen) और पोषक (nutrients )
तत्वों को जीवित कोशिकाओं तक ले जाता है और उनके
अपशिष्ट waste उत्पादों को निकाल लेता है।
● यह संक्रमण से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा कोशिकाओं
( immune cells ) को प्रदान करता है
● रक्त तीन भागों से बना है : RBCs , WBCs ,
Plasma
● रक्त में 60% के लगभग Plasma , 40 %
RBCs , और बहुत कम प्रतिशत WBCs पाया
जाता है
● यदि रक्त की एक test-tube को आधे घंटे के लिए छोड़
दिया जाता है, तो रक्त तीन परतों में अलग हो जाता है
जिस में सबसे ऊपर प्लाज्मा( plasma 60%) की लेयर
जो कि फिर WBC और सबसे नीचे RBC होती है
● रक्त में पाए जाने वाले सभी कोशिकाएं अस्थि मज्जा
( bone marrow ) से आती हैं।
वे स्टेम सेल ( stem cell ) के रूप में अपना जीवन शुरू
करते हैं, और वे तीन मुख्य प्रकार की कोशिकाओं में परिपक्व
होते हैं- RBCs , WBCs , Plasma
Plasma प्लाज्मा
प्लाज्मा मुख्य रूप से पानी है, लेकिन इसमें कई महत्वपूर्ण
पदार्थ जैसे प्रोटीन (एल्ब्यूमिन,
थक्के कारक (clotting factors ), एंटीबॉडी, एंजाइम
और हार्मोन), sugar (ग्लूकोज), और वसा (fat) कण भी
होते हैं।
Red Blood Corpuscles ( RBCs )
लाल रक्त कणिकाएं
● हर सेकंड 2-3 मिलियन RBC ( अस्थि मज्जा
bone marrow ) में उत्पन्न होते हैं और
( रक्त परिसंचरण blood circulation ) में जारी होते हैं।
● RBC लगभग 120 दिनों तक शरीर के चारों ओर घूमते हैं,
और पुरानी या क्षतिग्रस्त RBC को तिल्ली (spleen)
और यकृत Liver में विशेष कोशिकाओं (मैक्रोफेज) द्वारा
परिसंचरण से हटा दिया जाता है।
Note
प्लीहा या तिल्ली (Spleen) एक अंग है जो सभी रीढ़धारी प्राणियों में पाया जाता है।
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Liver
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● मनुष्यों में, सभी स्तनधारियों में, परिपक्व
( Mature ) RBC में नाभिक ( nucleus)
नहीं होता है। यह कोशिका को ऑक्सीजन-बाध्यकारी प्रोटीन
( हीमोग्लोबिन ), को संग्रहीत करने की अनुमति देता है,
जिससे RBC अधिक ऑक्सीजन का परिवहन कर सके।
● पक्षियों और मछलियों जैसे गैर-स्तनधारी कशेरुकियों
( vertebrates ) में, परिपक्व mature RBC में
नाभिक nucleus होता है।
● यदि किसी मरीज में हीमोग्लोबिन का निम्न स्तर है,
तो ऐसी स्थिति को एनीमिया कहते हैं
WBCs
● WBC रक्त में तब तक प्रसारित होते हैं जब तक उन्हें
संकेत नहीं मिलता कि शरीर का एक हिस्सा
क्षतिग्रस्त (damaged ) है।
● वे संकेत के स्रोत की ओर पलायन करते हैं और
उपचार प्रक्रिया शुरू करने में मदद करते हैं।
WBC- तीन प्रकार के होते हैं
● लिम्फोसाइट्स lymphocytes
● मोनोसाइट्स monocytes
● ग्रैनुलोसाइट्स granulocytes
लिम्फोसाइट्स lymphocytes गोल कोशिकाएं होती हैं
जिनमें एक बड़ा गोल नाभिक होते हैं।
लिम्फोसाइट्स lymphocytes में बी-कोशिकाएं ( B-Cell )
और टी-कोशिकाएं (T-Cell ) होती हैं
■ बी-कोशिकाएं ( B-Cell )
■ टी-कोशिकाएं (T-Cell )
बी-कोशिकाएं ( B-Cell ) अस्थि मज्जा ( bone marrow)
में विकसित होती है
टी-कोशिकाएं (T-Cell ) थाइमस ग्रंथि thymus gland
में विकसित होती हैं।
मोनोसाइट्स monocytes
मोनोसाइट्स युवा WBC हैं जो रक्त में प्रसारित होते हैं। वे
मैक्रोफेज (macrophages) में विकसित होते हैं।और
रक्त को छोड़ने के बाद ऊतक में चले जाते हैं
मैक्रोफेज विशेष रूप से बैक्टीरिया को निगलने में अच्छे होते
हैं, और मैक्रोफेज में कमी से बार-बार बैक्टीरिया का संक्रमण
होता है
ग्रैनुलोसाइट्स granulocytes
● ग्रैनुलोसाइट्स Granulocytes अस्थि मज्जा
bone marrow. से जारी किए जाते हैं।
● ग्रैनुलोसाइट्स के कोशिका द्रव्य cytoplasm में
ग्रैन्यूल granules होते हैं।
Platelets
प्लेटलेट
● प्लेटलेट अनियमित रूप से कोशिकाओं के टुकड़े होते हैं
जो रक्त में फैलते जो रक्त के साथ तब तक बहते हैं जब तक
कि वे या तो रक्त का थक्का बनाने के लिए सक्रिय नहीं होते
हैं या ( प्लीहा spleen ) द्वारा हटा दिए जाते हैं।
● थ्रोम्बोसाइटोपेनिया ( Thrombocytopenia ) प्लेटलेट्स
के निम्न स्तर ( low levels of platelets ) की स्थिति है
और इस में चोट लगने पर अधिक रक्त बहने की स्थिति हो
जाती है
● थ्रोम्बोसाइटेमिया ( Thrombocythemia ) :
यह रक्त में प्लेटलेट्स के उच्च स्तर की स्थिति है
( high levels of platelets )
यह दिल के दौरे और स्ट्रोक का कारण बनता है
Hemoglobin
हीमोग्लोबिन
● हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन ले जाने वाला प्रोटीन है जो
सभी RBC में पाया जाता है
● यह ऑक्सीजन उठाता है जहां यह प्रचुर मात्रा में
है (फेफड़े) और
जहां शरीर में इसकी जरूरत होती है, वहां
जहां शरीर में इसकी जरूरत होती है, वहां
ऑक्सीजन छोड़ देता है।
● हीमोग्लोबिन वह वर्णक ( pigment ) है जो
RBC को लाल रंग देता है।
Blood Group
शरीर के ऊतकों और अंगों को बनाने वाली कोशिकाएं
सतह मार्कर, या एंटीजन ( Surface markers
or Antigens ) से कवर होती है
RBC भी इन्हीं एंटीजन से ढके होते हैं
लोगों के विभिन्न रक्त समूह , लाल रक्त कोशिका पर पाए
जाने वाले सतह मार्कर, या एंटीजन ( Surface markers
or Antigens ) से पर निर्भर करता है।
● लाल रक्त कोशिका एंटीजन Antigens
शर्करा sugar या प्रोटीन protien होते हैं
एंटीजन Antigens के आधार पर रक्त समूहों
का वर्गीकृत किया जाता है
■ ABO रक्त समूह के एंटीजन शर्करा (sugar)
हैं
■ Rh रक्त समूह के एंटीजन प्रोटीन protien होते
हैं
ABO group Rh group
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| |
blood types Rh D-positive
A, B , AB , O . Rh D-negative
Blood
group
रक्त समूह
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Antigen
एंटीजन
|
Antibody
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जिनसे
रक्त प्राप्त कर सकते हैं
|
A
|
A
|
b
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A,O
|
B
|
B
|
a
|
B,O
|
AB
|
A,B
|
×
|
AB,A,B,O
|
O
|
X
|
a,b
|
O
|
● ब्लड ग्रुप ‘ O ‘ क रक्त किसी भी ब्लड ग्रुप वाले को
दिया जा सकता है इसलिए यह universal donor कहा
जाता है
● जबकि ब्लड ग्रुप ‘ AB ‘ किसी भी ब्लड ग्रुप वाले से
रक्त प्राप्त कर सकता है इसलिए उसे universal reciever
कहा जाता है
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