( सन् 1398 - 1518 )
जन्म : काशी
● बीजक
सूरदास
( सन् 1478 - 1583 )
महाप्रभु वल्लभाचार्य के शिष्य
● साहित्यलहरी
● सूरसागर
सुमित्रानंदन पंत
सन् ( 1900 -1978 )
● कविताओं में पल-पल परिवर्तित होने वाली प्रकृति के गत्यात्मक मूल और सजीव चित्र को दर्शाया है
● साहित्य अकादमी पुरस्कार
● भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार
● ग्रंथि ● स्वर्ण किरण
● पल्लव ● उत्तरा
● गुंजन ● कला और बूढ़ा चांद
● युगांत ● चितंबरा
● युगवाणी ● परिवर्तन (बड़ी कविता)
● लोकायतन ( महाकाव्य )
सन् ( 1907 - 1987 )
जन्म : फर्रुखाबाद
महादेव जी भारतीय समाज और और हिंदी साहित्य में स्त्रियों को उचित स्थान दिलाने के लिए प्रयत्नशील थी
● पद्मभूषण
● भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार ( यामा काव्य कृतियां के लिए )
● निहार ● यामा
● रश्मि ● दीपशिखा
● नीरजा
● सांध्या गीत
● पथ के साथी
● अतीत के चलचित्र
● स्मृति की रेखाएं
● श्रंखला की कड़ियां
● जाग तुझको दूर जाना इसमें कठिनाइयों की चिंता न करें तथा कोमल बंधन से मुक्त होकर लक्ष्य की ओर बढ़ते जाने को कहां गया है
इसमें प्रकृति के स्वरुप जो लक्ष तक पहुंचने में मदद करता है , उसकी चर्चा है
सन् 1911 - 1998
● साहित्य अकादम पुरस्कार पत्रहीन नग्न गाछ ( मैथिली कविता संग्रह ) के लिए उन्हें यह पुरस्कार सम्मानित किया गया
( उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा )
( मध्य प्रदेश सरकार द्वारा )
( बिहार सरकार )
( दिल्ली सरकार )
● युग धारा ● प्यासी पथराई आंखें
● सतरंगे पंखों वाली
● तालाब की मछलियां
● हजार हजार बाहों वाली
● तुमने कहा था
● पुरानी जूतियो का कोरस
● आखिर ऐसा क्या कह दिया मैंने
● रत्नगर्भा
● ऐसे भी हम क्या - ऐसे भी तुम क्या
● पक्का है कटहल
● मैं मिलिट्री का बूढ़ा घोड़ा
● भस्मांकुर
● रतिनाथ की चाची
● कुंभी पाक