Tuesday 19 November 2019

Book Selling Business ( Retail -Online ) किताबों का व्यापार कैसे शुरू करोo

Book Selling Business  ( Retail / Online )



किताबों का व्यापार कमीशन बेस पर आधारित होता है जैसे


जैसे स्कूलों की किताब पर उनका कुछ फिक्स कमीशन होता है  ( 15 % - 30% )
जैसे :
  2019 ( arihant in  class 10 ,11 ,12 -  
  30 % commision होता है )

   राजीव पब्लिकेशन में - 10%
   ncert me कुछ भी नहीं






Competion Books
कंपटीशन की किताबों में लगभग लगभग 50% का कमीशन होता है इस कमीशन से वह sell  नहीं कर पाते आपसी कंपटीशन की वजह से



जैसे

अरिहंत (Arihant ) की कंपटीशन मैं 50% का कमीशन होता है जबकि लुसेंट में 36 से 38% का कमीशन होता है वही पत्रिकाओं में 50% का कमीशन होता है |

पर इन किताबों में एक रिस्क (risk) यह होता है कि इन्हें खरीदना पड़ता है जो कि वापस नहीं हो सकती अगर बिक्री ना हो इसलिए अक्सर आपने देखा होगा कभी-कभी दुकानों में कुछ बुके अवेलेबल नहीं रहती क्योंकि उनको डर रहता है कि कहीं वह ले आए और इसकी बिक्री ना हो तो उनके पैसे नहीं प्राप्त हो पाएंगे



(Copies )
कॉपियों में वह अक्सर seller अपनी ही प्रिंट करवाते हैं इसमें उनकी ठीक कमीशन (commision)  प्राप्त हो जाता है | कॉपिया हर दुकान में अलग प्रकार की होती हैं तथा उनके page quality अलग प्रकार के होते हैं इसी वजह से वह अपने हिसाब से प्रॉफिट (profit ) निकाल लेते हैं




[ कॉपियां के exact margin अथवा quality ,  price अथवा किसी भी तरह की जानकारी के लिए हमें संपर्क करें  , मैसेज डाल के हमें बताएं
]

याद रहे कॉपिया बल्क में लेनी पड़ती हैं माननीय 10000 से 15000 की मिनिमम print का आर्डर देना पड़ता है

इनमें आप प्रिंट अपने अनुसार करवा सकते हैं अपना name अपना price  आदि

कॉपियों में लगभग आप मानिए तो ₹20 से ₹40 के आसपास आप प्रत्येक copy में कमीशन कमा सकते हैं

अथवा डीलर से अगर आपको कॉपियां लेंगे तो वह आपको क्वालिटी अच्छी नहीं देंगे तथा मार्जिन जिसमें आपके नहीं निकलेगा

साथ ही रफ कॉपी वगैरह में उनको ₹4  से ₹5 का कमीशन मिलता है बस बेचने वालों को


अगर जो बड़ा सप्लायर है
उसे से एक  रफ में ₹1 -  ₹2 की कमाई होती है पर प्रति   कट्ठे (bundle ) में 30 से ₹40 की कमाई होती है और वह प्रति कट्ठा ही बेचा करते हैं

1  कट्ठे (bundle ) में  20 से 30 कॉपिया होती हैं



(Question Bank )

इसी तरह अन्य किताबें जैसे कि क्वेश्चन बैंक (Question Bank )  जो कि परीक्षा के वक्त किसी एग्जाम के वक्त ज्यादा डिमांड में होती हैं वह 50% के आसपास डीलर से प्राप्त हो जाती हैं और दुकानदारों से  ₹20 से ₹30 उसमें मुनाफा कमाने की कोशिश करता है


[अगर आपको अपने शहर की डीलर अथवा किसी के बारे में और जानना हो तो आप हमें मैसेज में जरूर बताएं ]

कॉपी किताबें टैक्स के अंदर दायरे में नहीं आती हैं इसीलिए इस बिजनेस में टैक्स वगैरह का कोई बहुत बड़ा योगदान नहीं होता

हां किताबों के अलावा कोई अन्य चीजें जैसे कि प्लास्टिक के टिफिन बॉक्स वगैरह आदि भी अगर बेचते हैं तो वह सब तो टैक्स के दायरे में आते हैं
किताबों को आप ऑनलाइन किसी भी रूप में सेल कर सकते हैं टैक्स आपसे कहीं नहीं लिया जाएगा



इसमें आप स्टेशनरी (stationary) के आइटम भी कर सकते हैं
स्टेशनरी का सामान स्टेशनरी (stationary) के डीलर से आपको मिलेगा


जैसे कि कैमलिन (camelin) , Doms , Apsars इसमें आपको ठीक मुनाफा मिल जाता है

साथी आप एग्जीक्यूटिव फाइल्स (executive files ) वगैरा भी रख सकते हैं ं उसमें भी आप को अच्छा-खासा मुनाफा मिल जाता है पर उसके अलग सप्लायर होते हैं




दोस्तों किसी भी बिजनेस को करने से पहले आप Audience , Sale ,  क्या Item बिकते हैं क्या नहीं बिकते आप उसकी बहुत अच्छी research  और even आपको 6 से 7 महीने पहले से ही try करना चाहिए otherwise आप बहुत सही तरह से अपने आप को नहीं बना पाएंगे और शुरुआती हमेशा confusion से भरा होता है


किताबों के व्यापार के सुनहरे दिन
May ( cbse )  , (June - July) (UP BOARD)

यह समय होता है जब स्कूलों में बच्चों के एडमिशन (Admision) की शुरुआत होती है इस समय किताब दुकानदार अक्सर स्कूल की दो किताबें जो स्कूल ज्यादातर अपने हिसाब से लागू करवाते हैं उसके वह दुकानों में मिलने शुरू हो जाती है इसमें दुकानदार अक्सर किताबों के साथ कॉपियों में बेचकर ज्यादा मुनाफा कमाता साथ में बैग टिफिन आदि भी काफी ज्यादा मात्रा में बेच पाता है


इसमें ध्यान देने की बात यह है यह है कि ज्यादातर किताबें स्कूल वाले खुद दुकानदारों को 5%: 10%  पर बेचने के लिए रख जाते हैं जो अक्सर ग्राहकों को नहीं पता होता

दुकानदार को इससे अधिक ग्राहक प्राप्त हो जाते हैं ,  क्योंकि उसे स्कूल वाले भेजते हैं उस दुकान पर |
इसमें दुकानदार 5% - 10% पर बेचने के साथ-साथ कुछ अपनी कॉपियां रजिस्टर पेन बॉक्स टिफिन आदि भी भेज पाते हैं |




अब यह सब यह तो होता है पुराना तरीका जो पहले से चलता आ रहा है पर वक्त बढ़ते वक्त के साथ नए तरीके भी आने बहुत जरूरी हैं नए तरीकों की बात समझते है


तरीकों में आप अपने कस्टमर को कुछ अपने प्रसेंस बता सकते जैसे कि आपका कुछ भी नया फाइल है कुछ नहीं किताबें आई हो आप कस्टमर को स्कूल से ऑफर प्रदान कर सकते कि हमारे यहां यह चीजें इस प्रकार के मिलेंगी इसके लिए आपको कुछ नेटवर्क वगैरह पर ध्यान देना होगा



किताबों के बिजनेस को करने के लिए अब दुकानों का खुलना जरूरी नहीं है बस जरूरत है तो थोड़ा कस्टमर तक अपनी बात को पहुंचाने का इससे आपका समय भी बचेगा और आपका पूरा ध्यान कस्टमर को पकड़ने में तथा उनको सामान पहुंचाने में लगा रहेगा


हालांकि यह शुरू में बहुत मुश्किल होगा

But इससे आने वाले समय बढ़ते समय के साथ customer आप से जुड़ता चला जाएगा वह हमेशा हर छोटी से छोटी चीज के लिए आपको message  करेगा बताएगा इंक्वायरी करेगा जबकि दुकान है मैं उसको आना पड़ता है उसके लिए उसको कष्ट उठाना पड़ता है

अगर आपकी अपनी दुकान भी है तो भी तो भी आप इस तरह से आप अपना नेटवर्क बना सकते हैं इस नेटवर्क को बढ़ाने में हमारी टीम आपका सहयोग कर सकती है plus आपके लिए customer ढूंढ के दे सकती है

इसके लिए हम 3 सर्विस देते हैं

पहला कि आपके पास जो प्रोडक्ट हैं उसके लिए आपका हमारे साइट में आपके लिए पेज create किया जाता है साथ ही उसे App में भी लगा दिया जाता है

जिसकी कीमत ₹700 है
इससे आपको काफी कस्टमर लंबे समय तक आने की चांसेस बढ़ जाते हैं

दूसरा है हमारे पास कई ऐसे महत्वपूर्ण ग्रुप्स हैं जहां पर हम आपके बारे में शेयर कर सकते हैं

जिसकी कीमत ₹300 है

इन ग्रुपों की यूज़र की संख्या 100000 के आसपास है
पर यह संख्या किसी particular  स्थान के behalf पर नहीं हैं

अगर आप हमें Pamplete वगैरा प्रदान कर सकते हैं तो वह भी हम आपका डिस्ट्रीब्यूट (distribute) करवा सकते हैं उसकी कीमत होगी पेंपलेट के डिस्ट्रीब्यूशन के अनुसार

कई महत्वपूर्ण जगह जैसे कि  Gymo में Catching में भी हम आपके बारे में कुछ करवा सकते हैं उसकी कीमत Coatching और Gym के अनुसार ही होगी




आपके डिलीवरी के लिए बंदे भी उपलब्ध करवा सकते हैं पर याद रहे कि वह डिलीवरी में उनका मानकर चलिए प्रताप ₹50 प्रति डिलीवरी के आसपास पड़ेगा

और Business से संबंधित अगर आपके पास कुछ और चाहते हो या आप अपनी Problem  बता सकते हैं हम आपके लिए कुछ समाधान Suggest कर सकते हैं


आप कुछ भी हमें ऊपर वाले Message Box  में अपने बारे में बता सकते है


मोबाइल्स कबर(Mobiles Cover) , इयरफोंस (Earphones) , हेडफोंस (Headphones) को कैसे बेचे अथवा कैसे बिजनेस स्टार्ट करें

मोबाइल्स कबर(Mobiles Cover) ,   इयरफोंस (Earphones) , हेडफोंस (Headphones) से जुड़े हुए व्यापार ,  इलेक्ट्रॉनिक , कंप्यूटर कीबोर्ड (keyboard) , Mouse , लाइट बल्ब (Light Bulb) ,  एलइडी लाइट्स (LED -Light ) - आदि सभी जुड़े हुए व्यापार




वैसे तो इलेक्ट्रॉनिक में कई हजार categories हैं | यह व्यापार आईडिया (Idea) उनके लिए समझिए जो बिल्कुल नए हैं  , या जिनके पास निवेश (Expense) बहुत कम है पर यह कि इसमें प्रॉफिट मार्जिन (profit margin ) बहुत है और बिक्री के चांसेस ज्यादा हो जाते अगर तरीका सही हो तो |


इसमें सबसे अच्छा तरीका है ऑनलाइन और कस्टमर को किसी तरह से बताना अपने बारे में



सबसे पहले बात करते मोबाइल covers की





मोबाइल कवर (mobile cover ) बहुत डिमांड (demand) में रहते है और आपने देखा होगा जब भी कोई मोबाइल कवर का डिजाइन (design) आप पसंद करते हैं अक्सर दुकानों में बहुत कम chance है कि वह cover मिल जाए

दुकान ज्यादातर वही cover , customer को दिखा पाते हैं जो उनके पास available रहते हो इसलिए यहां पर आपके पास एक अच्छा चांस है कि आप कुछ अच्छे covers लाकर customer को पहले से दिखाएं कि यह cover हमारे पास available है जिससे customer आकर्षित होते हैं और वह वही cover मंगाते हैं जो उनको पहले से पसंद है

जैसा कि आपने यहां पर इकट्ठा कस्टमर के लिए different option दे दिया है chances  आप के through कस्टमर को खरीदने के ज्यादा बन जाते है

मोबाइल कवर आपको dealer से 30 से ₹45 के बीच में मिल जाएंगे और आप  इनको आराम से 100 से 150 के बीच सेल कर सकते हैं


एक दूसरा तरीका है कि आप 2- 3 दुकानों से बात करें कि हम आपके सेल्स (sales) करवाएंगे तथा उनके पास जो cover available है उनकी आप फोटो ले और अपनी इंटरनेट की तरफ से आप कस्टमर को तक पहुंचा कि हमारे पास यह particular design covers available  है |


कस्टमर्स को अगर पसंद आता है तो आपसे जरूर ऑर्डर करेंगे |


ऑनलाइन cover बेचने के लिए हम आपको एक सर्विस देते हैं जिसमें आपके लिए एक url create करते हैं |  website and App में आपके बारे में लिख दिया जाता है इसे आप share कर सकते हैं अपने दोस्तों को |

Plus इस साइट aur app में ट्रैफिक होने के कारण आप तक कस्टमर reach करता है और long-term पर आपको बहुत value देगा |






ऑनलाइन कवर ( cover )  की तरह इयरफोंस (earphones ) ,  हेडफोंस (headphones ) , bluetooth speaker ,  आदि भी बहुत डिमांड में रहते हैं इनमें भी आप अच्छा खासा मार्जिन कमा सकते हैं साथ ही दुकान से आप बात कर सकते कि अगर आप उनकी सील देंगे तो आप उनके उनको प्रॉफिट मार्जिन देंगे |

इसके लिए भी आपको online अपना presence create करना होगा और customer तक reach करते रहना होगा |



ईयर फोन हेडफोंस की margin की बात करें तो
earphone आपको ₹50 से ₹100 की range में आपको मिल जाएंगे , जिन्हें आप बाजार में आराम से एक से 150 से 200 के बीच में sell कर सकते हैं





Bluetooth Speaker भी आप sell कर सकते हैं वह आसानी से कस्टमर ले लेते हैं उनमें भी आपको ठीक मार्जिन मिल जाता है और वह क्वालिटी अच्छी होती है |



Bluetooth Speaker
250 सौ से 550 सौ के आसपास की रेंज में आपको मिल जाते हैं जिसे आप आराम से 450 से 550 सौ के की रेंज में सेल कर सकते हैं |



अगर आपको लगता है कि आप सेल (sell) कर सकते हैं और आपके पास निवेश के लिए पैसे ना हो तो आप हमें मैसेज (message ) करके बता सकते हैं इसमें हम आपको सेलर (seller ) से बात करवा सकते हैं  , वह आपको item दे सकते हैं जिसमें आपको सेल पर कमीशन दे सकते हैं |


या आप खुद seller हैं तो भी आप हमें बता सकते हैं जिससे आपको री-सेलर्स (reseller ) मिल सकते हैं जो आपके आइटम्स को सेल करवाने में मदद  कर सकते हैं |



इसी तरह कंप्यूटर्स के पार्ट्स जैसे कि माउस (mouse) ,  कीबोर्ड (keyboard) , एंटीवायरस (antivirus) , पेन ड्राइव (pendrive) , मेमोरी कार्ड (memory card) आदि आप सेल करवा सकते हो इसमें भी आपको अच्छा खासा कमीशन मिलता है और जो भी आपसे करवाएंगे अमेजॉन (Amajon) फ्लिपकार्ट(Flipkart) से सस्ते रेट पर ही जाएगा|






इसमें माउस (mouse)   आपको 75 से लेकर 200 के बीच  आपको सेलर (seller) से मिल जाएंगे,  जिने आप मार्केट में ₹ 150 रुपए से लेकर ₹ 350 तक में  sell कर सकते हैं


mouse के   seller और एक्जिट प्राइस (exact price ) और एग्जैक्ट फोटो( exact photo)  के लिए आप हमें मैसेज (message) कर सकते हैं



यदि आप डीलर (dealer) हैं तो आप रीसेलर (reseller) के लिए भी आप हमें बता सकते है


(USB keyboard)  यूएसबी कीबोर्ड आपको ठीक मार्जिन दे देते हैं वह 120 से 250 के दिन में मिल जाएंगे

जिन्हें 200 से 350 सौ के आसपास आप आराम से सेल कर सकते हैं


कंप्यूटर पार्ट्स को बेचने के लिए आपको पहले रीसेलर बनना चाहिए जिससे आपको कस्टमर का अंदाजा होगा और ग्लोबल प्लेयर्स के बारे में काफी जानकारी और आइडिया प्राप्त होगा

ईयर फोन हेडफोंस कंप्यूटर के पार्ट्स,  कीबोर्ड माउस , आदि सभी में प्राइस (price) कभी रिटेल(retail)  डिस्क्लोज (disclose) नहीं करता इसलिए आपके पास अच्छा मौका होता है क्योंकि रिटेल इसे बहुत महंगे में sell करता हैै




एलइडी लाइट बल्ब्स  (LED BuLb) और एलइडी डिफरेंट लाइट्स (LED Different Bulb) मैं भी बहुत काफी मार्जिन होता है और यह आसानी से बिक सकते हैं क्योंकि हर घर में नीड (need)होती है और आपने देखा होगा आजकल तो किराने की दुकान भी इसको बेच बेच पाती है |





प्रॉफिट मार्जिन की बात करें तो जैसे एलईडी बल्ब 9W  ₹62 से लेकर ₹70 तक की रेंज में आपको डीलर से मिल सकते हैं इसे आप 110 - 115 की रेंज में sell कर सकते हैं वही जबकि कम वाट वाली जैसे 3 W ,  5 W , 7 W को 45 से लेकर ₹60 तक की रेंज में आपको मिल सकते हैं और आप इसे 90 से 100 के आसपास sell कर सकते है


दोस्तों छोटे शहरों में अधिकतर बड़े दुकानदार ही डिस्ट्रीब्यूटर का काम करते हैं और वह seller होते हैं वह डिस्ट्रीब्यूटर भी होते हैं इसलिए आपको किसी भी बिजनेस में कूदने से पहले बहुत ज्यादा पहले try करना चाहिए किसी और के साथ मिलकर |

अगर कुछ और suggestion चाहिए तो आप हमें message box कर सकते हैं या अपनी problems बता सकते हैं

आपको advantage के लिए हम आपके लिए online pressence create  कर सकते हैं जो कि डिस्ट्रीब्यूटर (distributor) के पास नहीं होती जिससे आप कस्टमर तक ज्यादा reach  कर सकते हैं और ज्यादा sell कर सकते हैं


उसके लिए आपको थोड़ी सी मिनिमम amount (700 rs)  pay करना है , आप हमें मैसेज बॉक्स में बताएं हम आपके लिए आगे आपको पूरा (system) तरीका आपको समझा देंगे|

इसमें कस्टमर आपको ऑर्डर बुक कर पाएगा और आपके पोस्ट को शेयर कर पाएगा|



इंटीरियर लाइट्स (Interior Lights) को  आप चाहते तो इसमें जोड़ सकते हैं पर यह कि वह थोड़ी अलग होती है और तू अलग डेकोरेशंस होते हैं  उनके बारे में समझने के लिए आपको हमारा अलग topic पढ़ना होगा |



Gym जिम बिजनेस को कैसे स्टार्ट करें और उसमें आने वाली प्रॉब्लम है और कौन-कौन से मशीन यूज होती हैं

जिम (Gym) खोलने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए तथा उस पर कमाई कितनी मैक्सिमम (maximum) हो सकती है , साथ उसमें कितने इन्वेस्ट हो सकता है और वह कितना कितने समय के बाद  यह प्रॉफिट (profit) में कन्वर्ट (convert) हो सकता है |

अक्सर देखा गया है कि लोग सोचते हैं कि जिम (gym) का बिजनेस बहुत फायदे में रहता है क्योंकि वहां भीड़ रहती है ऐसा नहीं है |


जिम का बिजनेस एक लोंग टर्म प्लानिंग ( Long Term Planning)  के तहत किया जाता है

अगर यह प्रॉफिट (profit) में ना हो तो भी उसको चलाने की क्षमता होनी चाहिए plus इसकी आए(income) एक सीमित समय के बाद , सीमित हो जाती है |


जैसे कि जिम (Gym) लोकेलिटी (Locality) पर depend करता है | ऐसा कभी नहीं होता कि पूरे शहर से लोग एक Gym पर आए खासकर छोटे शहरों के जिम में और छोटे शहरों में जिम (Gym) खोलना आसान ज्यादा होता है क्योंकि लोगों के पास घर और जमीन होती  है |


जिम खोलने के लिए पहले तो आपको मेन रोड या मार्केट को होना जरूरी नहीं है ,  पर आप जहां पर भी जिम (gym) खोलते हैं जिम(gym) का परिसर बड़ा होना जरूरी है ताकि एक ही जगह पर सारी एक्सरसाइज (exercise) सब कुछ हो जाए |  छोटी जिम (gym) खोलने से कोई फायदा नहीं होता |






साथ ही परिसर में टॉयलेट्स(toilet) ,  चेंजिंग रूम (changing room).आदि होना भी जरूरी है और कहीं तो पार्किंग (parking) तक भी देनी पड़ सकती है |



जिम के परिसर में आपको (glasses) और मैट्स (mats)  वगैरह का भी काम करवाना पड़ेगा |


Wall Glasses में आपकी का कॉस्ट कम से कम 20000 से 25000 के बीच में आ सकता है |

Mats  आपकी अच्छी क्वालिटी (quality) की होनी चाहिए जो लॉन्ग लास्टिंग (long lasting) होती है ,  जिससे जब कोई वेट (weight) या डंबल (dumbles) जमीन पर फेंकते हैं वह टूटता नहीं है या फिर खुलता नहीं है | मैट (Mats) होना बहुत अत्यंत जरूरी होता है |



यह mat अच्छी क्वालिटी की होती है
यह 1x1 बाय वन आपको 600 - 650 सौ के आसपास पड़ती है |

Matt का कुल खर्चा आप 30000- 40000 रुपए का मान के चले |

क्योंकि matt  हर-हर स्टेशंस के बगल में लगेगी जहां पर डंबल (dumble) को यूज (use) करते हैं जिससे डंबल् (dumble) उस पर गिरता है तो वह खुलता नहीं है |

अब बात करते स्टेशंस stations की
cost -  25000 से 30000 के बीच ( मेटल प्लेट के साथ)

कोई अन्य plate  डलवाते हैं या without oval pipe, तो उसमें 5 से 6000 कम खर्च आता है हैं पर plate 1 साल के अंदर ही टूट जाते हैं |




cross fit - (metal plate + oval pipe)  - 45000 - 50000 के बीच पढ़ती हैं |

chest press - 25000- 30000



Shoulder Press - 20000 -30000( डिपेंड करता है किस किस पैटर्न पर है)

बहुत सारे स्टेशन और भी होते हैं और उनका कॉस्ट भी 40 हजार से 50 हजार के आस पास होता है ( जैसे hacksquat , legpress आदि )


Benches ( 4 चार प्रकार की होती हैं और चारों की ही जरूरत होती है )

incline bench - 12000-15000 के बीच


decline bench - 12000-15000 के बीच



Straight bench - 12000-15000 के बीच



Adjustable bench - 12000 - 18000








leg pull - 15000 - 18000



Dumble Stand - 7000




stool benches (minimum 4) - 7000-8000



Hand exercise ( 8000-9000)


weight machine - 5000 rs


jogger - 10000 - 12000
इसकी जगह पर आप ट्रेडमिल (trademill)  का यूज (use) कर सकते हैं but trademill की कीमत काफी होती है , commercial trademill करीबन एक लाख के आसपास आती है.  |


इसके बाद आपको डंबल्स और रोड पाइप्स वगैरह की जरूरत पड़ती है


डंबल्स आपको 2.5 किलो, 5 किलो ,7 किलो, 10 किलो ,12 किलो ,15 किलो , सभी के सेट की जरूरत पड़ती है 5 किलो के सेट से ज्यादा होने चाहिए

डंबल्स (dumbles) लगभग अच्छी क्वालिटी के ₹75/kg से ₹80/kg किलो के रेट पर   मिलेंगे |

रोड्स  (rods) 5 फुट  , 7 फुट , 8 फुट अधिक जरूरत पड़ती है , कुछ रॉड्स जिसमें यूज होती है इसी प्रकार रोड में लगने वाले बेट्स भी

रोड्स(rods)  लगभग 1500 से 1700 के आसपास आती है जबकि बेट्स वही ₹80 किलो के आसपास पड़ता   है



कुछ ऐसे (one sided hookup)  इंस्ट्रूमेंट चाहिए होते हैं यह भी बहुत जरूरत पड़ती है

इसकी कॉस्ट (cost) लगभग 2500 के आसपास होती है




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जिम के कस्टमर को समझते हैं

जिम का जो कस्टमर (customer) होता है वह कुछ इस तरह से होता है कि वह जब किसी जिम(zym). करने के लिए आता तो उसके साथ तीन से चार उसके फ्रेंड (friend) आते हैं , इसका मतलब यह होता है कि जिम (zym).के बिजनेस को करने के लिए मार्केटिंग की बहुत ज्यादा जरूरत नहीं होती हां पर फिर भी आप अपने जिम में एक दो बार लोगों को आप अपने बारे में बताते रहिए |

थोड़ा बहुत बाकी बच्चों की नीड ( need or craze)  पर डिपेंड(depend) करता है |

जिम (zym).में जिम्नास्ट (zymnast) ,  बॉक्सिंग(boxing) आदि भी रख सकते हैं उसमें भी काफी बच्चों को क्रेज होता है. |





अपने शहर में जिम को प्रमोट करने के लिए या फिर किसी भी प्रकार का ऑनलाइन presence बनाने के लिए आप हमें बता सकते हैं |

लोग ज्यादातर जिम्स को कभी-कभी ऑनलाइन सर्च करते हैं जिसमें साथ आपका जिम search me  आ जाए तो आप हमें इसके बारे में बताएं हम आपकी कैसे सहायता कर सकते हैं , मैसेज करके जरूर बताएं |

आपके जिम के बारे में ट्रैफिक वाली साइटों में लिखा जाएगा तथा आपके जिम उसको ऐप में भी दर्शाया जाएगा इसकी फीस आपको ₹700 देनी पड़ेगी onetime.

अगर आप चाहते हैं कि आपके जिम्स के बारे में और भी जगह पर प्रमोट किया जाए तो आपको एक्स्ट्रा ₹300 लगेगा, जिसमें आपकी जिम के बारे में कुछ ग्रुपों में शेयर किया जाएगा जिनमें लाखों users हैं |

अगर  आपका बिजनेस किसी जिम से जुड़ा हो तो भी आप हमें बता सकते हैं उसमें आपको जिम वालों से बात कराई जा  जा सकती हैं |

आप हमें मैसेज करके बता सकते है |

जिम से जुड़ी कोई भी कोई भी बातें आप हमें बता सकते हैं ,  चाहे वह बिजनेस हो या फिर आप बिजनेस पार्टनर बनना चाहते हो या आपके पास कोई अन्य प्लान हो |

Institute (competition, school coatching , english coaching , language learning) को कैसे स्टार्ट करें और उसमें आने वाली सभी प्रकार की प्रॉब्लम्स और मार्केटिंग कैसे करें

Instituste Business (competition, school coatching , english coaching , language learning)



इंस्टिट्यूट बिजनेस शुरू करते समय क्या  दिक्कतें आती है और अगर आपके पास लागत (expense) कम हो तो किन किन बातों का ध्यान से ध्यान रखना चाहिए |



इंस्टिट्यूट शुरू करने से पहले आप यह मत देखिए पहले की इंस्टिट्यूट में  बच्चों की संख्या कितनी है क्योंकि वह बहुत पहले से हैं इसलिए आज वह हमेशा संख्या में ज्यादा रहेंगे पर जैसे-जैसे समय बदल रहा है पढ़ाई करने के और समझाने के तरीके बदल रहे हैं |

आपको यह देखना है कि आप किसी एक सब्जेक्ट (subject)  विषय मैं ऐसा क्या बेहतर कर सकते हो जो अन्य इंस्टिट्यूट नहीं कर रहा है उसके लिए आपको 10 से 5 बच्चों को बहुत बेहतरीन तरीके से पढ़ाना होगा जिससे उनका भरोसा बिल्ड हो |



वह आपके बारे में और भी दोस्तों को बताएं अगर वह आपके बारे में दोस्तों को बताते हैं और अपने कुछ और दोस्तों को रिकमेंड करते हैं , देखते ही देखते आपका 1 साल के अंदर इंस्टीट्यूट(institute)  चलने की अवस्था में आ जाएगा |

पर याद रहे इंस्टिट्यूट बिल्डिंग (institute buulding) खोलते ही 2 से 3 महीने में सब्र  ना खोए |

अब बात करते इंस्टिट्यूट को स्टार्ट कैसे किया जाए | जिनके पास लागत कम है उनको बहुत धैर्य बहुत ध्यान से इंस्टिट्यूट खोलना चाहिए क्योंकि जितना ध्यान से आप चीजों को समझेंगे शुरू में , उतना ही आपके इंस्टिट्यूट आने वाले समय में उतने ही ज्यादा तेजी से प्रोग्रेस करेगा |

शुरू के 4 से 5 महीने आप focus  ना loose हो|


अक्सर देखा गया है जो इंस्टिट्यूट (institute) खोलते हैं जिनके पास धन अधिक है वह कुछ चीजों पर ध्यान नहीं देते उनको लगता है कि  सिर्फ इंस्ट्रूट खोल , दो टीचर रख लो , मार्केटिंग कर दो , इससे इंस्टिट्यूट उनका खूब चलने लगेगा but ऐसा होता नहीं है. |

इंस्टिट्यूट खोलने के लिए पहले आपको वहां की बच्चों की सबसे कॉमन प्रॉब्लम्स (common problem) और वह कॉमन टॉपिक्स (common topic)  आपको पहले से बताओ जो बच्चे पहले सीखना चाहते हैं , जिससे 2 से 3 महीने में उनको कुछ सीखने को मिले |

अच्छी एक्सरसाइज क्लासेस (exercise clases ).करवाओ |

पर डे क्लास शुरू होने से पहले जिससे उनको रिवाइज होता है | बच्चे इंस्टिट्यूट में पढ़ने आते हैं तो इसका मतलब यह नहीं कि वह घर जाकर पढ़ते हैं वह सोचते हैं कि इंस्टिट्यूट में इतना सिखा देगा कि हमें पढ़ने की जरूरत नहीं पड़ेगी |

कुछ इस तरह की हैबिट्स को बिल्ड करने के लिए आपको पर डे एक्सरसाइज ( per day exercise )  करवानी चाहिए जो आपने प्रीवियस डे (previous day ) में पढ़ाया हो|



अच्छे से एक्स्ट्रा classes  चाहिए , एक्स्ट्रा डाउट क्लीयरिंग clasees चाहिए उसके बाद धीरे-धीरे करके फिर आप उनके बारे में और समझेंगे अगर आप थोड़ा गलत जा रहे हो तो यहां आप को समझने का मौका मिलेगा |


स्टार्ट करने के लिए

पहले आपको एक जगह लेनी होगी |


कोशिश करें की जगह ( shared space)   हो यानी कुछ घंटों के लिए ही आप आपको उसका किराया देना पड़े तथा उसमें  उसमें बेसिक्स जैसे चेयर (chair), बोर्ड (board) , inverter , parking , toilet आदि पहले से हो


ऐसा कभी मत सोचे कि इंस्टिट्यूट चल जाएगा तो वह जगह मशहूर हो जाएगी ऐसा नहीं होता |  institute मशहूर होता है जगह कभी मशहूर नहीं होती |


अगर आपने नए-नए स्टार्ट किया और आपको जगह की जरूरत हो जिसमें आपको सब कुछ मिले तो आप हमें मैसेज (message) करके जरूर बताएं , हम आपके लिए वह जगह अवेलेबल (available ) करवा सकते आपके शहर में |
कई लोगों ने पूछा है कि हमारे पास जगह है , सब कुछ है कोई अगर institute  open करना चाहता तो उनके पास पार्टनरशिप (partnership) का प्लान है |



अगर आपके अपनी जगह है तो जगह थोड़ी बड़ी और सब बेसिक्स (basics) जैसे toilet व आदि पार्किंग (parking ) जैसी सुविधा भी आपके पास होती है बहुत अच्छी होगा |


इंस्टिट्यूट खोलने के बाद आपको कोर्स डिजाइन ( Course Design )  करना चाहिए कि किस दिन क्या कोर्स पढ़ाया जाएगा और किस दिन उस कोर्स को रिवाइज कराया जाएगा |
रिवाइज (Revise ) कराते रहना बहुत जरूरी है इससे  बच्चों का मन लगा रहता है |






कोर्स डिजाइन (course design)  से जुड़े किसी तरीके को समझना हो तो आप हमें मैसेज कर सकते हैं. |



Institutes  की मार्केटिंग की बात करें तो अक्सर देखा गया है कि लोग पेंपलेट (pemplates) बहुत बांटते हैं |

असल में पेंपलेट बहुत नॉर्मल है इसमें कोई फायदा नहीं क्योंकि आपके पास इतने पैसे नहीं है इसे आप बार बार  बांटे |

आपको बेहतर और टारगेट user रास्ता बनाना होगा |



एक रास्ता यह है कि आप कुछ बच्चों को प्रीवियस ईयर या कुछ सिलेक्टेड क्वेश्चंस का सेट फोटो कॉपी करा कर दे और उनसे उनके कांटेक्ट नंबर ले और उनको अपने बारे में बताएं |

दूसरा रास्ता है आप अपना ऑनलाइन प्रसेंस बनाएं कस्टमर को बार-बार अपने बारे में बताएं कि हम क्या कर रहे हैं जिससे वह आप पर इंटरेस्ट ले और आप तक reach करने की एक बार  सोचे |

ऑनलाइन presence बनाने के लिए हम आपकी मदद करते हैं , इसमें आपको ₹700 कॉस्ट (cost) लगती है इसमें आपके बारे में पेज में लिखा जाता है   , जिससे कस्टमर आप तक सर्च (search) करके पहुंचता है , साथी ही आप भी कस्टमर (customer) तक इसको शेयर कर सकते हैं - मोबाइल नंबर से या अन्य मीडियम  से l

साथी ही  हम आपके बारे में कई ग्रुपों में जिनमें लाखों से ऊपर बंदे हैं उन तक शेयर कर सकते हैं इसमें आपकी ₹300 लगते हैं |


आप अपने बारे में हमें और भी बता सकते हैं | उसके हिसाब से हम और भी आपको सजेस्ट कर सकते हैं |


जैसे आप कंपटीशन (competition)के बच्चों को टारगेट करना चाहते हैं इसका सबसे अच्छा तरीका है आप पहले उन बच्चों को थोड़ा समझें |
इसके लिए आप कुछ बुक्स की दुकानों में उनके आसपास उनको देखें और उनके बारे में जाने  उनसे पूछे कि आप क्या कर रहे हैं और कौन सा कोर्स कर रहे हैं. |


ऐसे आप 10 से 15 बच्चों से बात करें आपको उनके बारे में एक अनुमान लग जाएगा |

फिर उसके बाद आपको पता लग जाएगा कि किस तरह से मार्केटिंग करनी है , कोशिश करें कि 10 से 15 बच्चे ही आपके शुरुआती टारगेट में  हो |


अगर आपके टारगेट यूजर स्कूल के बच्चे हो तो उसके लिए आपको देखना होगा कि किस समय क्या चल रहा है और बहुत सिलेक्टेड सब्जेक्ट (selected subject ) के हिसाब से institute आपको खोलना चाहिए जैसे कि सिर्फ फिजिक्स (Physics)  पढ़ाने के लिए इंस्टिट्यूट या फिर सिर्फ मैथ (Maths) पढ़ाने के लिए इंस्टिट्यूट या फिर सिर्फ केमिस्ट्री (Chemistry) पढ़ाने के लिए इंस्टिट्यूट ,  उसी पर ही आपका पूरा फोकस (Focus) होना चाहिए या फिर इंग्लिश (english ) पढ़ाने के लिए इंस्टिट्यूट |

सब्जेक्ट (Subject ) के अनुसार आपको बताना पड़ेगा बच्चों को कि हम क्या पढ़ा रहे हैं और कैसे पढ़ा रहे हैं और उसका क्या फायदा है |

इसके लिए भी आपको कुछ बच्चों से continue engagment ) करते रहना होगा |
स्कूल के बच्चों को सिर्फ theory ही नहीं पढ़ाना चाहिए | कुछ छोटे-छोटे एग्जांपल्स (examples)  , छोटे-छोटे केसेस हमेशा उनको बताते रहना चाहिए जिससे वह अन्य दोस्तों से भी उस तरह की चीजें पूछें जिससे भी आपकी इंस्टिट्यूट की value बढ़ती है |


होम ट्यूशंस (home- tution) में भी काफी scope है पर,  परंतु यह कि घर-घर जाकर पढ़ाना यह ज्यादातर उतना सफल नहीं है जो सिर्फ और सिर्फ कोचिंग चलाना चाहते हैं इनके लिए उनको बेहतर तरीके ढूंढने होंगे पढ़ाने के जिससे लोग अपने बच्चों को उनके पास भेजें जैसे प्रैक्टिकल (practical)  पढ़ाना , पेरेंट्स (parents) को भी साथ में बुलाना आदि |

हां पर होम ट्यूशन एक अच्छा मार्केट (market ) जिस पर काम बहुत अच्छे से किया जा सकता है क्योंकि यह देखा गया है , जो टीचर्स (teacher) होम ट्यूशंस (home-tution) देते हैं वह ज्यादा दिन के बाद सीरियस (serious)  नहीं रहते यानी उनका इंटरेस्ट (interest ) खत्म हो जाता है , इसीलिए इसको भी इंस्टिट्यूट (institute) की तरह ही चलाना चाहिए |

आपको इंस्टिट्यूट खोलने के लिए अगर कभी जगह , फर्नीचर बोर्ड , आदि किसी की या फिर जगह के साथ जिन सभी चीजों की जरूरत पड़ती है तो आप हमें मैसेज करके बताएं हम आपको अगले  घंटों के हिसाब से करवा देंगे |

हमारे पास इंस्टिट्यूट के लिए अच्छी चेयर सप्लायर ( chair supplier ) है जोकि टूटती नहीं है और अथवा अन्य चीजें भी आपको सप्लाई कर सकते हैं , अच्छे दाम पर |






इंस्टिट्यूट (Institute) के बिजनेस में  प्रॉब्लम्स (problems)

पहला की बच्चों का कहना की फीस (fee) हम महीने के आखिर में देंगे पर आप यह याद रखें आप फीस के मामले में थोड़ा सा स्ट्रिक्ट (strict) रहे | आप बच्चों को बताया कि फीस (fees) आपको  2 दिन में ही देनी पड़ेगी |



अगर कोर्स (course) की वन टाइम fees है तो उसे आप पहले दिन ही हाफ फिश (half fees)  ले ले और बाकी के fees, within 15 days मे ले |


इसे टॉले नहीं , क्योंकि बच्चों उसके बाद उसमें फीस (fees) नहीं देते |

समय-समय पर अलग-अलग प्रकार के बच्चों को कोर्स के लिए आना उसके लिए आप कुछ दिनों के लिए नए बच्चों के लिए सेपरेट क्लास दें ताकि वह करंट क्लास में ना बैठे जिससे उनको आप पर ज्यादा भरोसा होगा |

बच्चों की छोटी से छोटी प्रॉब्लम आप उनको समझाएं क्योंकि वह आप पर ही निर्भर करते हैं जैसे कि देखा गया है बहुत बच्चों को बेसिक्स मैथ की भी नहीं पता होती ,  उसके लिए आप उनकी सेपरेट क्लास दे |


बहुत से बच्चे सिर्फ देखने आते हैं कि आप कैसे पढ़ाते हैं और वह कंटिन्यूज नहीं रहते उन पर अब ज्यादा ध्यान मत दे आप बस अपने पढ़ाने पर ध्यान दें उन्हें कुछ बोले नहीं |


कोर्स अगर आपका सही तरीके से डिजाइंड है कि पढ़ाना क्या है और उसके जो टॉपिक आप पढ़ाते हैं उससे जुड़े हुए क्वेश्चन आपको करवाने क्या-क्या है तो आप बच्चों में हमेशा इंटरेस्ट बना कर रख सकते हैं और वह इंस्टिट्यूट की सफलता के लिए बहुत जरूरी होता है |




अगर आपके institute में शुरुआती दिनों में बच्चे नहीं आ रहे हैं तो आप धैर्य खोए नहीं क्योंकि अब ध्यान दें कि वह क्यों नहीं आ रहे क्योंकि उसके कई सारे रीजन होते हैं है सिर्फ इंस्टिट्यूट की लोकेशन  नहीं होता | टाइम भी एक कारण होता है की उस टाइम पर बच्चे किस चीज की तैयारी कर रहे हैं क्या करना है क्योंकि अधिकतर वह कई सारी कोचिंग से जुड़े होते हैं

शुरू के एक दो महीने में अगर आप कम बच्चों से पढ़ाते हैं तो आपकी अच्छी प्रैक्टिस हो जाते हो इंस्टीट्यूट चलाने की ,  कोर्स को पढ़ाने की , कोर्स को डिजाइन करने की और समझने की इसलिए शुरुआत में कम बच्चे भी आपके लिए एक अच्छे प्रतीक है |

        

कोई बेसिक प्रॉब्लम (basic problem)जैसे कि ट्यूटर नहीं मिल रहा हो  , या फिर कोई सही property नहीं दे पा रहा हो या फिर आपको किसी पार्टनर की जरूरत हो आप हमें मैसेज करके बता सकते हम आपको उसके हिसाब से समाधान दे सकते हैं (message करके)
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अगर आप ट्विटर हैं तो कभी यह मत सोचें कि जगह भी मेरी इंस्टिट्यूट भी मेरा अब नहीं पड़ा लूंगा मैं सब कुछ देख लूंगा ऐसी गलती कभी ना करें आपका फोकस पढ़ाने में होना चाहिए और कोई और आपका पार्टनर बच्चों को फोकस लाने में मार्केटिंग करने में भी होना चाहिए क्योंकि समय के साथ बहुत चीज छूट खुलेंगे भी और बंद भी होंगे आप अपने आप को कितना बेहतर करते जाते हैं आपकी सक्सेस (success) पर निर्भर करता है |



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