Tuesday, 3 August 2021

शादी से पहले मुझे लङको का बहुत शोंक था | true love story | love story serial | love story

शादी से पहले मुझे लङको का बहुत शोंक था |

 true love story | love story serial | love story 

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मेरा नाम आरती सिंह है । और मैं अमृतसर पंजाब की 

रहने वाली हूं। मैं आपके साथ अपनी जिंदगी का कुछ 

अनुभव शेयर करना चाहती हूं।


मुझे किस तरह कम उम्र में ही लड़कों का शौंक पड़ 

गया था ।और शादी के बाद मुझे कितनी मुश्किलें आई 

। यह सब बातें मैं आपके साथ शेयर कर रही हूं।


अभी मेरी उम्र 25 वर्ष है । और मैं आपको 10 वर्ष 

पहले का बात बताने वाली हूं। इन 10 वर्षों में मेरे साथ 

क्या-क्या हुआ। जे अपनी आप बीती कहानी मैंने बहुत 

मेहनत से लिखी है। आप पढ़ कर मुझे गाली मत देना।



आज से 10 वर्ष पहले उस समय मैं मेट्रिक की  क्लास 

में पढ़ रही थी। उस समय मेरा उम्र 15 वर्ष था। मुझे 

लड़कों को देखना ,लड़कों को मिलना, लड़कों के पास 

जाकर बहना बहुत अच्छा लगता था। मेरी इसी आदत 

से कुछ लड़कियां मुझे कंजरी भी बोलती थी।



मैं दिखने में काफी सुंदर थी ।और काफी खूबसूरत थी। 

यह बात मुझे कहना नहीं चाहिए । लेकिन कहानी 

लिखने के लिए सब कुछ सच बोलना पड़ता है। मेरी 

इसी खूबसूरती की वजह से सभी लड़के मुझे बार-बार 

देखते रहते थे । और मैं भी लड़कों को देखती रहती थी



स्कूल में सभी लड़के मेरे पीछे पड़े हुए थे । मुझे अपनी 

बनाने के लिए। फिर एक दिन मैं स्कूल से अपने घर 

वापस आ रही थी। और रास्ते में मुझे एक लड़के ने घेर 

लिया । जे लड़का मेरे स्कूल में ही पढ़ता था।



बस उस दिन से हम दोनों की लव स्टोरी शुरू हो गई। 

हम दोनों हर रोज स्कूल से घर वापस आते हुए एक 

साथ इकट्ठे आते। और कभी कभी हम दोनों स्कूल का 

बहाना लगाकर कहीं और घूमने के लिए चले जाते।



ऐसा दो-तीन महीनों तक चलता रहा। फिर एक दिन मैं 

सुबह सुबह स्कूल में जा रही थी। और रास्ते में मुझे 

कुलविंदर मिल गया। कुलविंदर बोला कि चलो आज 

किसी खास जगह पर घूमने के लिए चलते हैं। और हम 

दोनों स्कूल में नहीं बल्कि किसी गुप्त जगह में घूमने के 

लिए चले गए।



कुलविंदर मुझे एक ऐसी गुप्त जगह में लेकर चला गया 

।जहां किसी भी आदमी का आना जाना नहीं था। फिर 

कुलविंदर ने मेरे जिस्म पर हाथ फेरना शुरू कर दिया। 

मैंने भी कुलविंदर की हां में हां मिला दी। और उसे मना 

नहीं किया। फिर कुलविंदर ने मुझे पकड़ कर जमीन पर 

लेटा दिया। और खुद मेरे ऊपर लेट गया।……….




फिर उसने मेरे कपड़ों को खोलना चाहा। और मैंने 

उसको कुछ भी नहीं बोला। फिर कुलविंदर जो करना 

चाहता था उसने कर दिया। और मुझे काफी तकलीफ 

भी हुई।


उसके बाद हम दोनों स्कूल की छुट्टी के टाइम अपने घर 

वापस आ गए। किसी के कानों कान खबर नहीं लगी 

कि हम दोनों कया करके आए हैं। मुझे काफी अजीब 

लग रहा था कि मैंने आज क्या कर दिया। अपने आप 

पर पछतावा भी हो रहा था। लेकिन हंसी भी आ रही थी




कुछ दिनों बाद मेरा दिल फिर से वही काम करने के 

लिए उत्साहित हुआ। और मैंने कुलविंदर को फोन लगा 

दिया कि मैं आप के साथ कहीं घूमने के लिए जाना 

चाहती हूं। कुलविंदर बहुत खुश हुआ और मुझे बोला 

कि ठीक है।



अगले दिन सुबह सुबह हम दोनों स्कूल गए और रास्ते में 

एक दूसरे को मिल गए। 


स्कूल जाने की बजाय हम दोनों उसी जगह पर चले 

गए। कुलविंदर ने फिर से मेरे साथ वही काम किया जो 

मैं कुलविंदर के साथ करना चाहती थी।


ऐसा काफी लंबे समय तक चलता रहा । और हर महीने 

में कम से कम तीन चार बार कुलविंदर मुझे किसी गुप्त 

स्थान में लेकर चला जाता था। 


उसके बाद धीरे-धीरे मेरा पढ़ाई में भी मन लगना बंद हो 

गया। और मैं मैट्रिक की परीक्षा में फेल हो गई।




मेरे घर वालों ने मुझे बहुत डांटा। 



और मेरे पिताजी पता करने के लिए 1 दिन स्कूल में 

चले गए। 


स्कूल में प्रिंसिपल साहिब ने मेरे पिताजी को बताया कि 

आपकी लड़की स्कूल बहुत कम आती थी


जब मेरे पिताजी को इस बात का पता चला तो वह 

सीधा घर वापस आ गए। 


और घर आकर मुझे पूछने लगे कि प्रिंसिपल साहब 

ऐसा बोलते हैं। लेकिन तुम तो कभी छुट्टी नहीं करती थी 

हर रोज स्कूल जाती थी। मेरे पिताजी ने मेरे एक जोर से 

थप्पड़ मार दिया 



और पूछा कि बताओ कहां जाती थी। पिताजी बहुत 

गुस्से में आ गए । और मेरे और थप्पड़ मारने शुरू कर 

दिए।


मैं पिताजी के गुस्से से बहुत ज्यादा डर गई थी। पिताजी 

के गुस्से से डरकर मैंने पिताजी को सब कुछ सच-सच 

बता दिया। फिर मेरे पिताजी ने मेरी मां से बात किया। 



मेरी मां ने मुझे बोला कि तुमने कुलविंदर के साथ कुछ 

गलत तो नहीं किया।


तो मैंने अपनी मां को भी सच सच सब कुछ बता दिया 

कि मैं कुलविंदर के साथ कितनी बार गलत हो चुकी हूं।


 फिर मेरे घर वालों ने एक-दो महीनों के अंदर ही मेरी 

शादी कर दी। 



मेरी शादी काफी धूमधाम से की गई। सभी रस्मों को 

पूरा किया गया। और मैं भी काफी  खुश थी। मेरे पति 

जी का स्पेयर पार्ट का अपना दुकान था ।


शादी के अगले दिन की रात को हम दोनों का सुहागरात 

था। कुछ लड़कियां मुझे मेरे कमरे में ले कर चली गई। 



और कुछ समय मेरे साथ बिताने के बाद वह लड़कियां 

वापस कमरे से चली गई। और मैं कमरे में अकेली बैठी 

हुई थी। और अपने पति का इंतजार कर रही थी


कुछ टाइम के बाद मेरे पति जी मेरे कमरे के अंदर 

आए। सबसे पहले उन्होंने कमरे को लॉक किया। और 

मेरी तरफ देखने लगे। फिर वह मेरे पास आए और मुझे 

बोला कि आप कैसी हो ।आपकी तबीयत ठीक है। मैंने 

बोला जी मैं ठीक हूं।


फिर उन्होंने मेरा घूंघट उठाया और अपने गले लगा 

लिया मुझे। और काफी प्यार से डार्लिंग बोलने लगे। 

फिर हम दोनों ने कुछ देर तक बातें की। फिर मेरे पति 

जी ने अपना काम करना शुरू कर दिया। कुछ देर तक 

उन्होंने अपना काम किया। 


जब उनका काम खत्म हुआ और वह बेड पर लेट गए।


उसके बाद उन्होंने मुझे बोला कि आपका पहला शादी 

नहीं है । यह आपका दूसरा शादी है। मैंने उनको बोला 

कि आप को क्या हो गया है यार कैसी बातें कर रहे हो। 

तो पति जी ने बोला कि मैं जो भी बोल रहा हूं बिल्कुल 

सही बोल रहा हूं। कि आपका पहला शादी नहीं आपका 

दूसरा शादी है। मेरे पति मेरे से गुस्सा भी हो गए।


फिर मेरे पति जी ने मुझे बोला कि आपने शादी से पहले 

भी यह काम किया है। तुम मुझे सच सच बता दो मैं 

आपको हमेशा के लिए माफ कर दूंगा। और शादी से 

पहले के जीवन को भी भूल जाऊंगा।


मैंने अपने पति को बहुत समझाया और वह नहीं समझे। 

मेरे पति मेरे सामने एक ही प्रश्न रख रहे थे । कि अगर 

तुम मुझे सच्च सच्च बता देती है ।अपने शादी के पहले 

के बारे में। तो मैं आपको कुछ भी नहीं कहूंगा। और हम 

दोनों सब कुछ भूल कर नई जिंदगी जीना शुरू करेंगे।


उनकी बातों में आकर मैंने उनको भी सब कुछ बता 

दिया। फिर वह मेरे साथ थोड़ा गुस्से हुए और बाद में 

मुझे अपने गले लगा लिया। 


और बोला कि कोई बात नहीं ऐसा गलती किसी से भी 

हो सकता है। फिर उन्होंने मुझे अपने गले लगा कर 

काफी समय तक प्यार किया। 



और फिर अपना काम करना शुरू कर दिया।



कुछ महीनों बाद में गर्भवती हो गई। 



और हमारे घर में एक नन्हे मुन्ने बच्चे ने जन्म लिया।



 मेरे पति बहुत अच्छे हैं । और उन्होंने मुझे कभी भी तंग 

नहीं किया। उनकी जगह अगर कोई और होता । तो 

आज हमारा तलाक हो गया होता।


इस कहानी का मुख्य उद्देश्य आप लोगों को समझाना है 

कि शादी से पहले ऐसा गलती कभी मत करना । 

जिससे आपको पूरा जिंदगी पछतावा रहे।




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Friday, 30 July 2021

ECG , Heart Electrical Activity - ElecetroCardioGram इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राम

  


हेलो स्टूडेंट ynot एजुकेशन में आपका स्वागत है 


आज हम एक ऐसे टॉपिक पर बात करने जा रहे हैं इसे आप 

भली-भांति परिचित होंगे टॉपिक को शुरू करने से पहले हम

 आपको कुछ विशेष जानकारी बताएंगे

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हम सभी जानते हैं कि हमारे शरीर में चार कक्षीय ह्रदय होता है ,

 जिसमें रक्त लगातार सुचारू रूप से पंप होते रहते हैं  |

हमारे हृदय में दो आलिंद और दो होते नीलया  होते हैं,

 जिन से जुड़ी हुई  पलमोनरी आर्टरी  एंड विंस  (Pulmonary

 artery and Veins)  होती है  जिनके द्वारा रक्त  शरीर के

 विभिन्न भागों में  transport होता रहता है  |


लेकिन  हम यहां उसके बारे में बात नहीं करेंगे यहां पर  हम

 हृदय (Heart) में होने वाली इलेक्ट्रिकल एक्टिविटी


 (Electrical Activity ) के बारे में बात करेंगे.




अब तो आप समझ ही गए होंगे कि हम किसके बारे में 

बात कर रहे हैं जी हां हम बात कर रहे हैं यहां प

 इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राम (ElecetroCardioGram) के बारे

 में जिसे हम लोग ECG के नाम से जानते हैं.



आप लोगों ने शायद अस्पतालों में लगे हुए ईसीजी मशीन (ECG Machine ) 

को देखा होगा जिसमें हृदयाघात वाले मरीज (Heart attack Patient)

  को रखा जाता है तकी हृदय में होने वाली विद्युत क्रियाकलापों 

 (Electrical Activity ) का आरेखीय  निरूपण 

 ( Graphical Representation ) किया जा सके 



ईसीजी  (ECG ) एक तरह का मॉनिटरिंग मशीन (Monitoring MAchine )

 है जो कि हृदय में होने वाली विद्युत क्रियाओं  (Electrical Activity ) 

 को तरंग के रूप में प्रदर्शित करती है | 


आपने देखा होगा जब कभी हृदयाघात वाले मरीज (Heart attack Patient) 

को ECG मशीन से कनेक्ट किया जाता है  तो उससे एक आवाज 

आती रहती है pip…….   Pip…….peeeeeeee…………………..

. और साथ ही टेलीविजन (TV) पर एक आरेख चल रहा होता है 

जिसे इलेक्ट्रोकॉर्डियोग्राफ कहते है चिकित्सक इसी कार्डियोग्राफ 

के आधार पर हृदय में होने वाली  बीमारियों को पहचान कर उसका 

आवश्यक उपचार करते हैं.


बात करते हैं ECG के आरेख बारे में! 

बीमार व्यक्ति के मानक ईसीजी से प्राप्त करने के लिए मरीज

 को मशीन से तीन इलेक्ट्रिकल लीड  (Three Electrical Lead )

 दोनों कलाइयों (Wrist ) तथा बाई और एड़ी (Left Ancle ) को 

जोड़कर लगातार निगरानी करके प्राप्त  किया जा सकता है |


वैसे तो हृदय के डिटेल एंड इवैल्यूएशन (Detailed and Evaluation ) के


 लिए कई  लीडो (Leads )    को कलाई  (Wrist ) से जोड़ा जाता है लेकिन

 हम यहां केवल मानक ईसीजी (Standard ECG  ) के बारे में बात करेंगे !


ईसीजी (ECG ) के प्रत्येक पीक (Peak ) को पी से टी  ( P to  T )तक 

दर्शाया गया है जो हृदय की विशेष विद्युत क्रियाकलापों को प्रदर्शित करता है


यहां पर P तरंग (P - Wave ) को आलिंद के उद्दीपन 

(Depolarisation Of Atria)  या हुई विध्रुवण (Depolarise)  के

 रूप में बताया गया है  | मतलब यहां पर एक्शन पोटेंशियल 

(Action Potential ) जनरेट  होता है जिसके फलस्वरूप दोनों

 आलिंद (Atria) संकुचित (Contraction / Shrink )होते हैं  |

इस समय ब्लड का प्रवाह आलिंद (Atria)  से Ventricle की

 ओर होता है    इस समय AV Volve ओपन होता है इसे  

Atrial systole कहते हैं



परंतु अगर यह आरेख ( Graphical )  ऐसे show होता है 

मतलब आलिंद (Atria) के संकुचन (Contraction / Shrink ) 

में कुछ प्रॉब्लम है जिससे रक्त प्रॉपर Ventricle की ओर  प्रवाहित

 नहीं हो रहा और आरेख (Graph) देखकर हम पता लगा सकते

 हैं कि  हृदय में किस जगह प्रॉब्लम है और समय रहते आवश्यक

 उपचार ले सकते हैं!


अब बात करते हैं  क्यू आर एस  कंपलेक्स  ( QRS Complex ) के

 बारे में लेकिन उससे पहले  जो  P और QRS के बीच की बीच की 

तरंग है  उसके बारे में जान लेते हैं  | यहां पर P और क्यू आर एस  (QRS ) 

के बीच की तरंग को पीआर इंटरवल  ( PR Interval ) कहते है  | 

पीआर इंटरवल (PR Interval ) एक टाइम पीरियड है जो कुछ 

मिली सेकंड में होता है जिसका मतलब बिगिनिंगऑफ P तरंग 


 (Beginning Of P Wave ) होता है


या हम कह सकते हैं की atrial depolarization and ventricular 

depolarization बीच का जो time period पीरियड हैओ 

 पीआर इंटरवल  ( PR Interval  ) है.   


अब बात करते हैं कि QRS  कांपलेक्स  (QRS Complex ) के बारे

 में यहां पर QRS कांपलेक्स को Ventricles के उद्दीपन

 अर्थात  विद्ध्रुवण  (Depolarisation ) दर्शाया गया है | 

यहां पर भी एक्शन पोटेंशियल (Action Potential ) जनरेट होता है 

और दोनों निलय  (Ventricle ) संकुचित (Contraction)  होते हैं |


यहां पर रक्त का प्रभाव वेंट्रीकल  (Ventricle) से  Aorta की ओर 

होता है और Aorta से होते हुए रक्त शरीर के विभिन्न  अंगों में पहुंचता है  |

  यहां पर एबी  वाल्व  (AV Valve ) बंद होते हैं  |

संकुचन( Contraction)   Q वेब  (Q Wave ) के तुरंत बाद शुरू 

होता है जोकि वेंट्रीकल्स  systole  का सूचक है . |


हम QRS कांपलेक्स  (QRS Complex ) को एक कंपलीट इंपल्स

 (Complete Impulse)  भी मानते हैं


लेकिन यहां अगर ECG  आरेख ( ECG Graph)  में कोई  

विकृति (Abnormalities) होती है  तो यहां पर   निलय  (Ventricle )

 के संकुचन में कोई प्रॉब्लम है  , मतलब रक्त (blood) प्रॉपर 

 निलय  (Ventricle ) से Aorta तथा शरीर के विभिन्न अंगों में 

नहीं पहुंच रहा और आरेख (Graph)  को देखकर के आवश्यक

 उपचार ले सकते है उदाहरण |


 -

 


यहां T  तरंग रिपोलराइजेशन (Repolarization )  ऑफ वेंट्रीकल

  को प्रदर्शित करता है , मतलब यहां वेंट्रीकल एक्साइटिड स्टेट  

(Excited State )  से नॉर्मल स्टेट (Normal State ) में वापस आते हैं |




अब तो आप जान ही गए होंगे  की ईसीजी (ECG) के आधार 

पर हम हृदय से संबंधित बीमारियों का ना केवल पता लगा सकते हैं  |

 अपितु समय रहते इन बीमारियों का आवश्यक उपचार भी ले सकते हैं.|


तो स्टूडेंट आज हमने ईसीजी  (ECG) तथा ईसीजी आरेख (ECG Graph)

 वा हृदय में होने वाली क्रियाओं के बारे में समझा मिलते हैं नेक्स्ट क्लास

 में अगले टॉपिक के साथ हमारे साथ इतना लंबे समय तक  बने रहने

 के लिए थैंक यू ऑल.

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