Asked By : Riya(Ynot App)
मौर्यकालीन भारत में भूमि कर, जो कि राज्य की आय का मुख्य स्रोत था, किस अधिकारी द्वारा एकत्रित किया जाता था?
□ अग्रोनोमाई
□ सीताध्यक्ष
□ शुल्काध्यक्ष
□ अक्राध्यक्ष
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Answered By : Shivani(Top Voted)
Correct Option : 2 (सीताध्यक्ष)
चन्द्रगुप्त मौर्य का टिकटमौर्य काल में राजकीय भूमि पर दासों, कर्मकरों और क़ैदियों द्वारा कृषि-कर्म कराया जाता था।
दास और कर्मकरों को भोजन आदि दिया जाता था और कार्य के दौरान नक़द मासिक वेतन भी दिया जाता था।
परन्तु ऐसी भी राजकीय भूमि होती थी, जिस पर 'सीताध्यक्ष' द्वारा खेती नहीं कराई जाती थी। ऐसी भूमि पर करद कृषक खेती किया करते थे।
'सीताध्यक्ष' राजकीय कृषि विभाग का अध्यक्ष होता था, जिसके द्वारा राजकीय भूमि से राज्य को सर्वाधिक कर प्राप्त होता था।
मेगस्थनीज़, स्ट्राबो तथा ऐरियन इत्यादि यूनानी लेखकों के अनुसार सारी भूमि राजा की होती थी।
वे राजा के लिए खेती करते थे और ¼ भाग राजा को लगान देते थे।
मौर्य साम्राज्य , बिंदुसारा , अशोका आदि सभी उनके पुत्र.... पूर्ण इतिहास
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